Rbi Repo Rate: बता दू कि आरबीआई के द्वारा आखिरी टाइम यानी फरवरी में ही रेपो रेट को इंक्रीज किया गया था यानी 6.5% Repo Rate Hike किया गया था। हां रेपो रेट इंक्रीज करने से आपका लोन में फैक्ट होता है लेकिन बता दूं तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक (MPC Meeting) आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है कि इसमें अभी कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
जिसके वजह से लोगों को बहुत ज्यादा राहत मिलने वाली है। आपको यह भी पता है कि देश की महंगाई को देखते हुए आरबीआई के द्वारा रेपो रेट को इंक्रीज या कम किया जाता है। आरबीआई के द्वारा रेपो रेट को लेकर बड़ी अपडेट सामने आ चुकी है जहां पर बताया जा रहा है कि रेपो रेट को स्थिर रखा जाएगा या यह भी बोल सकते हो कि कोई चेंज नहीं किया जा सकता और यह पहली बार नहीं की गई है
इससे पहले भी आरबीआई के द्वारा लगातार तीसरी बार रेपो रेट को नहीं बदल गया है। आरबीआई के द्वारा आखिरी बार फरवरी में 6.5% रेपो रेट को इंक्रीज किया था। चौथी बार भी कोई बदलाव नहीं किया गया रेपो रेट में जिसकी वजह से बोल सकते हो कि आपको लोन लेने में जो रेट दर है वह इंक्रीज नहीं किया जाएगा या यह भी बोल सकते हो कि EMI मैं कोई बदलाव नहीं किया जाएगा।
Repo Rate क्या है
यहां पर जान को की Repo Rate हमारे लिए इंपॉर्टेंट क्यों है यदि Rbi Repo Rate hike करती है तो हमें इतना इफेक्ट क्यों होता है, चलिए जानते हैं कि रेपो रेट क्या होता है ..
मान लो कि आप अपनी जरूरत के लिए बैंक से लोन लेते हो उसी से प्रकार बैंक भी अपने जरूरत के लिए आरबीआई से लोन लेती है, आरबीआई जिस दर पे बैंक को लोन देती है उसे ही Repo Rate कहते हैं।
आरबीआई के द्वारा रेपो रेट कम किया जाता इसके वजह से लोगों को राहत मिलती है और जब आरबीआई के द्वारा रेपो रेट इंक्रीज किया जाता है तो इसकी वजह से लोगों का सर दर्द होता है, क्योंकि कॉर्पोरेट इंक्रीज होने से हमें लोन की जो किश्ती है या EMI ज्यादा देना पड़ता है। इसके वजह से देखे उदाहरण में तो हमारा home loan महंगा हो जाता है। इसके अलावा मैं बता दूं कि आरबीआई के द्वारा महंगाई को देखते हुए ही रेपो रेट इंक्रीज या कम किया जाता है।
रेपो रेट 6.5% ही
इसको लेकर बहुत सारे एक्सपर्ट के द्वारा बताया जा रहा था कि रेपो रेट को लेकर यह स्थिर रहने वाला है। उसके बाद अब आरबीआई के द्वारा यह क्लियर कर दिया गया की चौथी बार भी रेपो रेट स्थिर रहने वाला है। वैसे अगले साल यानी Repo Rate मई 2022 में 4% पर थी, वही ये साल फरवरी में 6.5% पर पहुंच गई है।
बता दें कि तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक (MPC Meeting) आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है कि इसमें अभी कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। बताया कि भारत में महंगाई दरों को देखे तो भारतीय रिजर्व बैंक के निर्धारित सीमा से बाहर हैं। इसके अलावा कुछ data को हम देखे जुलाई में खुदरा महंगाई rate (CPI) 7.48% था , वही पर अगस्त में 6.83% पर आ गई थी। साथ ही बता दें कि ने देश की केंद्रीय बैंक की महंगाई दर देखे तो 2–6 प्रतिशत के बीच रखने का लक्ष्य रखा है।
GDP growth का अनुमान
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के द्वारा बताया जा रहा है कि FY24 के अनुसार GDP ग्रोथ कोई परिवर्तन नहीं होगा यह बताया जा रहा है। वही आंकड़े रहने वाले है जी हां यहां पर देख लो दूसरी तिमाही में GDP growth का अनुमान 6.5%, तीसरी तिमाही में 6% और चौथी तिमाही में 5.7% रहा है। वही पर FY25 की पहली तिमाही में GDP growth का अनुमान 6.6% रहने वाला है।