RBI Gold Loan Update: RBI के द्वारा एक बड़ी नोटिफिकेशन आ चुकी है RBI Loan को लेकर जी हां आप सही पढ़ रहे हो यदि आप गोल्ड के बदले लोन ले रहे हो तो आपके लिए बहुत बड़ी खुशखबरी है जो आपको राहत देने वाली है।
लोग सोने को रख कर उधार लेते हैं उनके लिए बहुत राहत की खबर है पहले जो 2 लाख रुपये तक ही दिया जाता था उसके बदले अब 4 लाख रुपये तक कर दिया गया है। यह भी बता दूं मैं आपको कि आरबीआई के द्वारा यह डिसीजन बुलेट रीपेमेंट योजना (Bullet Repayment Scheme) आधार पर किया गया है। पहले जो गोल्ड लोन की सीमा 2 लाख तक था इसे बढ़ाकर 4 लाख रुपये तक कर दिया गया है।
आरबीआई मतलब भारतीय रिजर्व बैंक के द्वारा सहकारी बैंकों के लिए Bullet Repayment Scheme के तहत गोल्ड के बदले लोन देने में एक बदलाव किया गया है जी हां पहले आप जो गोल्ड जमा करते थे बदले में आपको 2 लाख तक के रुपए ही मिलते थे अब इसे बढ़ाकर 4 लाख तक रुपए कर दिया गया है।
इसके अलावा यह भी बता दो कि उन सहकारी बैंकों को फायदा होने वाला है जो 31 मार्च, 2023 तक प्राथमिक क्षेत्र को कर्ज के तहत सभी ऋण लक्ष्यों पुरा करना है। बुलेट पुनर्भुगतान योजना तब होता है, जब आप समय के साथ छोटे-मोटे भुगतान नहीं करने होंगे, बल्कि आप हर चीज़ का भुगतान एक साथ कर सकते हैं या ये भी बोल सकते हो कि आप उधार लिया गया सारा पैसा, ऋण समय के अंत में एक साथ ही वापस कर सकते हो।
आरबीआई के द्वारा जो RBI Gold Loan को लेकर एक बड़ी अपडेट जो आया है। जहां पर बताया गया है कि डिसीजन बुलेट रीपेमेंट योजना (Bullet Repayment Scheme) आधार पर किया गया है। पहले जो गोल्ड लोन की सीमा 2 लाख तक था इसे बढ़ाकर 4 लाख रुपये तक कर दिया गया है। इसके बारे में अभी आपको पता चल गया है क्या आपको पता है कि 2007 में आरबीआई के द्वारा जब आप गोल्ड बदले लोन लेते थे उसे समय 1 लाख रुपये तक उधार gold के बदले देती थी।
आरबीआई के द्वारा 2014 में यह बदलाव किया गया कि सीमा दोगुनी कर 2 लाख रुपये कर दी गई थी। अब आरबीआई द्वारा यूसीबी को जरूरतमंद लोगों की मदद करने के लिए अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए 31 मार्च, 2026 तक दो वर्षों का समय दिया गया है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा बताया जा रहा है कि उन शहरी सहकारी बैंकों (UCBs) की मदद के लिए एक योजना की घोषणा किया है। ताकि उनकी एक निश्चित समय में अपने ऋण देने के लक्ष्य को पूरा कर सकें। इसके अलावा वह अपनी ऋण छोटी छोटी किस्तों के बजाय एक बार में ही दे सकें। इसलिए भी सोने की सुरक्षा वाले लोन की सीमा 2 लाख रुपये से बढ़ाकर 4 लाख रुपये कर दिया है। दास ने ये भी बताया कि “यह उपाय हमारी पिछली घोषणा के अनुरूप किया गया है, “जिसमें कहा गया था कि 31 मार्च, 2023 तक निर्धारित प्राथमिकता वाले क्षेत्र के ऋण लक्ष्यों को पूरा करने वाले समावेशी केंद्रीय बैंकों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।”
आरबीआई (जो बैंकों के लिए एक बैंक की तरह है) ने ब्याज दर को समान रखने का फैसला किया। उन सहकारी बैंकों को फायदा होने वाला है जो 31 मार्च, 2023 तक प्राथमिक क्षेत्र को कर्ज के तहत सभी ऋण लक्ष्यों पुरा करना है। बुलेट पुनर्भुगतान योजना तब होता है, जब आप समय के साथ छोटे-मोटे भुगतान नहीं करने होंगे, बल्कि आप हर चीज़ का भुगतान एक साथ कर सकते हैं या ये भी बोल सकते हो कि आप उधार लिया गया सारा पैसा, ऋण समय के अंत में एक साथ ही वापस कर सकते हो।
रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ
RBI के द्वारा शुक्रवार को ही लगभग चौथा बार है जहां पर रेपो रेट को चेंज नहीं किया गया। जो पहले रेपो रेट दर जो पहले 6.5% था वही है। इसका यह मतलब है कि मकान, वाहन समेत विभिन्न कर्जों पर मासिक किस्त (EMI) में किसी में कोई बदलाव नहीं किया गया है।