वैसे राजधानी रांची हर मामले में आगे है अब वह दूध उत्पादन में 1st नंबर बना हुआ है। Jharkhand के अन्य जिलों के मुकाबले राजधानी रांची में दूध उत्पादन ज्यादा होता है। जिस आंकड़े की हम बात कर रहे हैं तो पशुपालन विभाग के द्वारा किया जाता हैं। इसके मेधा डेयरी के महाप्रबंधक पवन मरवाह द्वारा बताया जा रहा है दूध उत्पादन में रांची नंबर वन पर है। इसके अलावा बता दूं कि रांची में अधिक उत्पादन होने के साथ ही रांची शहर में दूध सप्लाई होता है इसके अलावा अलग अन्य जिलों में भी रांची से सप्लाई किया जाता है। पशुपालन विभाग द्वारा बताई गई जानकारी के अनुसार रांची जिले में दूध का उत्पादन सभी जिलों से ज्यादा करता है। इन आंकड़ों को देखें रांची में हर दिन 251.37 लाख लीटर वही गिरिडीह दूसरे नंबर जो 190.23 लाख लीटर दूध का उत्पादन और तीसरे नंबर पर धनबाद जो 190.07 लाख लीटर दूध का उत्पादन करता है। साथ ही चौथे नंबर में पूर्वी सिंहभूम 178.023 लाख लीटर और तो ओर पांचवें नंबर पर देवघर 161.744 लाख लीटर का उत्पादन कर रहा है।
वहीं पर झारखण्ड के अन्य जिलों को देखे तो
हजारीबाग में हर दिन 155.27 लाख लीटर,
बोकारो में 145.59 लाख लीटर,
पलामू में 139.08 लाख लीटर,
दुमका में 126.80 लाख लीटर,
चतरा में 115.09 लाख लीटर,
गढ़वा में 114.23 लाख लीटर,
गोड्डा में 110.23 लाख लीटर,
गुमला में 98.45 लाख लीटर,
साहिबगंज में 90.26 लाख लीटर,
पाकुड़ में 70.38 लाख लीटर,
जामताड़ा में 67.51 लाख लीटर,
रामगढ़ में 63.15 लाख लीटर,
लातेहार में 57.08 लाख लीटर,
सरायकीला में 56.18 लाख लीटर,
कोडरमा में 53.26 लाख लीटर ,
सिमडेगा में 50.19 लाख लीटर के साथ खूंटी में 46.47 लाख लीटर दूध की उत्पादन क्षमता है. वही पर अपनी राज्य झारखंड की बात करें तो वह total हर दिन 2629.37 लाख लीटर दूध का उत्पादन क्षमता है।