JMMSY: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पलामू, गढ़वा और लातेहार की महिलाओं को एक हजार रुपए की सौगात दी। गुरुवार, 22 अगस्त को यानि आज उन्होंने वीर नीलांबर पीतांबर की धरती से रिमोट का बटन दबाकर इस योजना के तहत निबंधित महिलाओं के खातों में पैसे ट्रांसफर किए।
आज मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के अन्तर्गत 5 लाख 91 हज़ार 919 लाभुकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से सम्मान राशि हस्तांतरित कर हमने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक सशक्त कदम बढ़ाया। आज पलामू जिले के 2 लाख 88 हज़ार 521, लातेहार जिले के 1 लाख 17 हज़ार 605 और गढ़वा जिले के 2 लाख 19 हज़ार 320 बहनों के खातों में सम्मान राशि की पहली किश्त पहुँच गई। अगले माह से हर माह की 15 तारीख़ को यह राशि बिना रोक मेरी बहनों के खातों में पहुँच जाएगी।
JMMSY: पाकुड़ में रक्षा बंधन की पूर्व संध्या पर इस योजना की शुरुआत करने के बाद, हेमंत सोरेन पलामू पहुंचे। चियांकी में आयोजित समारोह में उन्होंने कहा कि हमारी महागठबंधन की सरकार सिर्फ रांची हेडक्वार्टर से नहीं चलती, बल्कि गांव-देहात से चलने वाली सरकार है। उन्होंने यह भी कहा कि झारखंड गठन के 20 साल बाद भी कई इलाकों में अब तक कोई अधिकारी नहीं पहुंचा। लेकिन हमारी सरकार ने गांव-गांव में शिविर लगाकर लोगों की समस्याओं का समाधान किया है।
JMMSY: बुजुर्गों को रहता है इंतजार, कब आएंगे हमारे 50 साल
हेमंत सोरेन ने कहा कि अगर गांव मजबूत नहीं होगा, तो शहर को कैसे मजबूत किया जा सकता है। इसलिए हमने सबसे पहले गांवों को सशक्त बनाने का काम शुरू किया। पहले गांवों में केवल कुछ ही बुजुर्गों को पेंशन मिलती थी, और बाकी बुजुर्ग दलालों के जाल में फंस जाते थे। लेकिन आज, हमने यह स्थिति बदल दी है। अब कोई भी बुजुर्ग पेंशन से वंचित नहीं है।
हमने पेंशन की पात्रता उम्र को 60 साल से घटाकर 50 साल कर दिया है। अब गांवों के बुजुर्ग बेसब्री से 50 साल की उम्र का इंतजार करते हैं, ताकि वे पेंशन का लाभ उठा सकें।
JMMSY: हमारी सरकार के साथ आईं चुनौतियां
हेमंत सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार बनते ही बड़ी चुनौतियों ने दस्तक दी। सरकार बनने के तुरंत बाद ही कोरोना जैसी महामारी आ गई, जिसने सभी को अपने घरों में कैद कर दिया। लोग जहां थे, वहीं फंस गए। ऐसे में हमने अपने लोगों को हवाई जहाज, रेल, और बसों के जरिए सुरक्षित घरों तक पहुंचाया। जबकि भाजपा सरकार ने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया था।
JMMSY: बेटियों की जिम्मेदारी हमारी
हेमंत सोरेन ने लोगों से कहा, “बेटियों की चिंता करना छोड़ दीजिए, उनकी परवरिश की जिम्मेदारी हम उठाएंगे।” सावित्री बाई फुले योजना के तहत पहले 9 लाख बेटियों को जोड़ा गया था, अब यह संख्या 15 लाख तक पहुंचने वाली है। हमारी बेटियां अब वकील, पत्रकार, डॉक्टर, और इंजीनियर बनेंगी। सरकार उनके पढ़ाई के लिए गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से 15 लाख रुपए तक का ऋण देगी। पढ़ाई पूरी होने के बाद, जब नौकरी मिलेगी, तभी यह राशि वापस करनी होगी।
JMMSY: हर खाते में 1 लाख रुपए देंगे
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में अगर हमारी सरकार फिर से बनी, तो हम हर परिवार के खाते में 5 साल में 1 लाख रुपए जमा करेंगे।
JMMSY: महिलाओं की पंजीकरण की जबरदस्त प्रतिक्रिया
महज दो सप्ताह के भीतर ही 45 लाख से अधिक महिलाओं ने झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के लिए पंजीकरण कराया है। अब तक 43 लाख महिलाओं के आवेदन को मंजूरी दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि 31 अगस्त से पहले सभी पंजीकृत महिलाओं के खातों में पहली किस्त के 1,000 रुपए ट्रांसफर कर दिए जाएंगे।
JMMSY: हर महीने महिलाओं के खाते में आएंगे 1,000 रुपए
सितंबर से, हर महीने की 15 तारीख को पंजीकृत महिलाओं के खाते में 1,000 रुपए डीबीटी के जरिए भेजे जाएंगे। समारोह में सरकार के मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, बैद्यनाथ राम, सत्यानंद भोक्ता, और दीपिका पांडेय सिंह ने भी अपने विचार साझा किए। अंत में मुख्यमंत्री ने महिलाओं के बीच योजना के स्वीकृति पत्र वितरित किए।