दोस्तों आपको पता है कि देवघर – Deoghar Shravani Mela बाबा की नगरि के लिए ही फेमस है साथ ही ये भी जान लो की Deoghar Mandir जो बाबा धाम के साथ बैजनाथ धाम यानी दोनों के नाम से जानें जाते है, बैद्यनाथ धाम हिंदुओं के लिए एक शुभ स्थान है भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर भी है। जहां पर हर साल लाखों करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने के लिए यहां आती है साथ ही झारखंड के प्रसिद्धि तीर्थस्थल में से Deoghar Baba Mandir है।
Deoghar Shravani Mela 2023:
Jharkhand के बाबा की नगरी Deoghar Shravani Mela में मंदिर और रास्ते दुल्हन की तरह सजाए जा रहे हैं. साथ ही सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं. ये तैयारियां राजकीय श्रावणी मेले के लिए की जा रही हैं. श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र देवनगरी Deoghar में श्रावणी (Shravani Mela) शुरू होने में अब दस दिन से भी कम का समय बचा है. बता दें कि एक महीने तक चलने वाले मेले के दौरान कावड़िया भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. ऐसे में शासन और प्रशासन ने भी तैयारियां शुरू कर दी है.
श्रावणी मेले (Deoghar Shravani Mela) की भव्य तैयारी
Deoghar में हर साल लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है. ऐसे में Deoghar Shravani Mela के आयोजन को लेकर खास ध्यान दिया जा रहा है. साथ ही मेले के दौरान कावड़ लेकर बाबाधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए जिला प्रसाशन की तरफ से तमाम इंतजामों को अमली जामा पहनाया जा रहा है. मेले में सुरक्षा को लेकर भी व्यवस्था की जा रही है. साथ ही कावड़िया को कोई परेशानी ना तो इसके लिए भी खास इंतजाम किए जा रहे हैं.
तैयारियों को लेकर एक्शन में अधिकारी
विश्व प्रसिद्ध Deoghar Shravani Mela (श्रावणी मेला) की तैयारी सिर्फ देवघर ही नहीं दुमका में भी की जा रही है. जहां दुमका के डीसी रवि शंकर शुक्ला ने बासुकीनाथ मंदिर सभागार में मेले को लेकर सभी विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की और पूरे मेला क्षेत्र का भ्रमण किया. Shravani Mela में बासुकीनाथ धाम आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा से लेकर जलार्पण तक सभी व्यवस्था पर रणनीति बनाई गई. इसके अलावे बाहर से आने वाले कवड़ियों के आराम और उनके मनोरंजन के साथ साथ उनके लिए बुनियादी सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने पर जोर दिया गया.
तैयारियों की तस्वीर बिहार से भी आ रही है. जहां बांका में जिला प्रशासन श्रावणी मेले को लेकर एक्शन में आ गया है. दरअसल सुल्तानगंज से देवघर तक कांवरिया पथ 105 किलोमीटर है. जिसमें से 55 किलोमीटर का पथ सिर्फ बांका में पड़ता है. ऐसे में प्रशासन ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है. श्रावणी मेले को लेकर सरकारी धर्मशालाओं की मरम्मत हो रही है. मंदिरों का रंग रोगन हो रहा है. वहीं, कांवड़िया पथ में बालू बिछाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. संबंधित विभाग के अधिकारियों को ADM ने जल्द कार्य पूरा करने का निर्देश दिया है.
ताकि मेले के आगाज से पहले व्यावस्थाएं दुरुस्त हो. कहीं कहीं विभाग के पदाधिकारियों की लापरवाही भी सामने आई. जहां ADM ने फटकार लगाते हुए जल्द तैयारियां पूरा करने का निर्देश भी दिया. बिहार से लेकर झारखंड तक श्रावणी मेले (Deoghar Shravani Mela 2023) तैयारी शुरू हो गई है. शासन प्रशासन के साथ श्रद्धालुओं में भी उत्साह है. सभी बेसब्री से मेले के आगाज का इंतजार कर रहे हैं.
Deoghar Baba Mandir से कई मान्यताएं जुड़ी, साथ ही पंचशूल मे छिपी अनोखा रहस्य
बैधनाथ धाम देश का एक ऐसा ज्योतिर्लिं है जिसे शक्तिपीठ भी कहते हैं जिसका स्थापना स्वयं भगवान विष्णु ने किया है। बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में जो शिवलिंग है उसको कामना लिंग भी कहते हैं। आप जानते हो कि 12 ज्योतिर्लिंग में से Deoghar Baba Mandir भी एक है की महत्व की बात करें क्योंकि यह भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है यहां पर ही माता सती का हृदय गिरा था इसलिए भी इसे हृदयपीठ कहा जाता है।
बैजनाथ धाम के बारे में यह सब जानने वाले
Deoghar Baba Mandir जिसको आमतौर पर हम बाबा धाम और Baba Baidyanath Dham के नाम से जानते हैं। भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से ऐसा ज्योतिर्लिंग जो Deoghar Baba Mandir मे है जिससे शक्तिपीठ कहते हैं जहां पर शिव और शक्ति दोनों विराजमान है साथ ही यह भी जान लो कि इस स्थान को शिव शक्ति का मिलन स्थान भी कहा जाता है।
ये श्रावणी मेला के लिए भी जाना जाता है जिसको देखने के लिए लाखों लोग हर साल आते हैं देवघर बाबा की नगरी जी हां और साथ ही यह भी जान लो देवघर का शाब्दिक अर्थ होता है देवताओं का घर,बैद्यनाथ धाम के बारे एक और चीज जान लो भारत के 51 शक्तिपीठों में से एक है यहां पर ही माता सती का हृदय गिरा था इसलिए भी इसे हृदयपीठ कहा जाता है। आपको बता दूं कि संस्कृत के ग्रंथों में बैद्यनाथ धाम को हरीतकी वन और केतकी वन से जाना जाता है।