Indian Economy को लेकर IMF के द्वारा बताया जा रहा है कि 2026-27 तक उम्मीद लगाई जा रही है कि 5 लाख करोड़ डॉलर की इकॉनमी का लक्ष्य पूरा कर सकता है। लेकिन बताया जा रहा है कि भारत सरकार पहले ही इस चीज को अचीव करने वाली है जी हां और भारत के अंदर जो इलेक्ट्रॉनिक्स इंडस्ट्री है वह बहुत बड़ा रोल निभाने वाला है।
आप यह भी नोटिस करोगे ना जहां पूरा world की इकोनॉमी लगातार कमजोर हो रही है वहीं पर इंडिया की इकोनॉमी लगातार ग्रोथ कर रही है। वही पर Goldman Sachs के reports के अनुसार बताया जा रहा है कि 2075 वर्ष तक भारत 52.5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ world की दूसरे सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगी।
इसके अलावा मैं बता दूं हमारे जो Union Minister, हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि यह साल के अंत तक भारत की जीडीपी $4 trillion economy जाएगी और 2030 तक भारत की इकोनॉमी $10 trillion होगा। पब्लिक अफेयर्स फोरम ऑफ इंडिया (PAFI) के 10वें वार्षिक फोरम को संबोधित करते हुए पुरी द्वारा बताया कि, ”भारत साल के अंत तक 4 ट्रिलियन डॉलर और 2030 तक 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
भारत-अमेरिका संबंधों का विकास महत्वपूर्ण है।” हरित ऊर्जा और अन्य क्षेत्र आपसी विकास को बढ़ावा देने के लिए सहयोग के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत के द्वारा गुरुवार को बताया कि भारत 5 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की ओर leading है और देश के लिए अगले तीन दशकों तक 8-9 प्रतिशत की दर से economic growth करने में चुनौती का सामना करना होगा।
5 लाख करोड़ डॉलर की इकॉनमी बनेगा
global अर्थव्यवस्था के संदर्भ में भारत में industrial क्षेत्र से जुड़े लोगों में यह उम्मीद है कि हमारा देश 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लेगा। प्रारंभ में, इस लक्ष्य को 2025 तक प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन COVID-19 महामारी के बाद बाधाएँ उत्पन्न किया है। IMF को अब अनुमान है कि भारत 2026-27 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का दर्जा हासिल कर लेगा।
लेकिन, भारत सरकार यह दर्जा पहले ही हासिल करने को लेकर hopeful है। फिलहाल दुनिया के विभिन्न हिस्सों में राजनीतिक तनाव की खबरों के बावजूद industrial संगठनों से जुड़े लोगों का मानना है कि हमें इस लक्ष्य को पाने की उम्मीद बरकरार रखनी चाहिए. इस प्रयास में बुनियादी frame उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।