दोस्तों आज इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपके साथ Top 5 Best Mutual Funds in India बारे में बताने वाले जिसके वजह से आने वाले भविष्य में 10 साल, 5 साल या 3 साल में बैंकों के मुकाबले बहुत ज्यादा और अच्छा रिटर्न मिलता है। यदि आप Mutual Funds में इन्वेस्ट करना चाहते हो और इसके बारे में सोच रहे हो तो आप सही प्लेटफॉर्म में आए हो। सरल भाषा में म्युचुअल फंड के बारे में बात करें तो इसे सामूहिक निवेश बोल सकते हो। निवेशकों के समूह मिल कर स्टॉक, गोल्ड में, कई अन्य प्रतिभूतियों (सेक्यूरीटीज) मे निवेश करते है।
Recent time के data को देखे तो पिछले 10 वर्षों में सबसे अधिक रिटर्न देने वाले पांच लार्ज कैप म्यूचुअल फंड हैं, Nippon India Large Cap Fund, जिसने 17.09% रिटर्न दिया, फिर इसके बाद Mirae Asset Large Cap Fund 16.99% रिटर्न के साथ है। कई अन्य तीन ICICI Prudential Bluechip Fund, SBI Bluechip Fund और तो ओर HDFC Top 100 Fund हैं। इन आंकड़ों से समझ में आ गया कि कितना आपको बेनिफिट हो सकता है बैंक की तुलना में। म्यूचुअल फंड व्यक्तियों के बीच popular निवेश विकल्पों में से एक है।
भारत में हजारों म्यूचुअल फंड हैं जिनमें एक निवेशक किसी में भी निवेश कर सकते है। लेकिन हम आपके साथ Top 5 Best Mutual Funds बात करने वाले है, या कौन सा म्यूचुअल फंड सबसे अच्छा है, इसका चयन आप कैसे करेंगे, वह भी आसानी से। और साथ ही यदि आप best म्यूचुअल फंड की तलाश में हैं, तो आप सही प्लेटफार्म में आए हो।
Mutual Funds क्या है
Mutual Funds की बात करें तो उससे पहले यह जान लो कि Mutual का अर्थ साझा (shared) होता है। सरल भाषा में म्युचुअल फंड के बारे में बात करें तो एक प्रकार का सामूहिक निवेश होता है। जिसमे निवेशकों के समूह मिल कर स्टॉक, गोल्ड में, कई अन्य प्रतिभूतियों (सेक्यूरीटीज) मे निवेश करते है। म्यूचुअल फंड को एक Asset Management Company (AMC) द्वारा नियंत्रित किया जाता है जो निवेशकों के एक समूह से धन एकत्र करती है और इन फंडों को बांड, स्टॉक और प्रतिभूतियों में निवेश करती है।
ये बोल सकते हो कि म्यूचुअल फंड विभिन्न प्रकार के होते हैं। हम म्यूचुअल फंड को उनकी अंतर्निहित परिसंपत्तियों (underlying assets) जैसे इक्विटी, डेट या गोल्ड के आधार पर अलग-अलग categories, जैसे equity mutual fund, debt mutual fund और hybrid fund में अलग कर सकते हैं। इन फंडों के जोखिम प्रोफाइल और निवेश उद्देश्य अलग-अलग होते हैं।
एक उदाहरण से समझते हैं, मान लीजिए कि आप 15 साल के बाद अपने बच्चे की उच्च शिक्षा के लिए एक निवेश सोच रहे हैं। या आप लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं, तो equity mutual fund आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन बता दें कि equity mutual fund के भीतर अन्य sub-categories होते हैं, जैसे large cap fund, mid-cap fund और small-cap fund होता है। यहां पर आप अपनी जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर large cap fund या small-cap fund में निवेश करने का निर्णय ले सकते हैं।
एक स्मॉल-कैप फंड में लार्ज कैप फंड की तुलना में अधिक जोखिम होता है क्योंकि लार्ज कैप फंड मुख्य रूप से बड़ी कंपनियों में निवेश करते है जो मजबूत financial स्थिति वाले market leader होते हैं। छोटी कैप कंपनियों की तुलना में बड़ी कंपनियां Business Cycle की मंदी (recession) से बचाने के तरीके में काम आता हैं।
Different प्रकार के Mutual Funds की बात करें
- Debt funds: Debt funds यह एक प्रकार का Mutual Funds जो Fixed आय वाली securities में निवेश करता है। इस फंड के तहत, आपका पैसा short term bonds, long term bonds, securitized fund, floating rate ऋण और money market instruments में निवेश किया जाएगा।
- Equity funds: Mutual Funds में Equity funds क्या रोल रहता है उसकी बात करें तो में बता दें कि जो मुख्य रूप से शेयरों में पैसा निवेश करता है। Active या Inactive दोनों तरह से प्रबंधित (managed) फंड मौजूद हैं।
- Equity linked savings schemes:यह म्यूचुअल फंड एक प्रकार से Equity बोल सकते हो, जो प्रकृति में close-funded है। यह आपको टैक्स बचाने में मदद करता है और आपकी संपत्ति बढ़ाने में भी मदद करता है। आप Income Tax Act under Section 80C के तहत कर कटौती का आनंद ले सकते हैं।
- Diversified funds: यह Mutual Funds में एक प्रकार से आपको अनुमति देता है, विभिन्न क्षेत्रों या उद्योगों में अपना पैसा निवेश करने के लिए। आप अपने निवेश को बाज़ार में विभिन्न उद्योगों में फैला सकते हो।
- Arbitrage funds: इन funds को taxation purposes के लिए equity योजनाओं के रूप में माना जाता है। ये funds नकदी बाजार और derivatives बाजार दोनों में निवेश करते हैं।
- Dynamic bond funds: आपका पैसा ऋण और money market उपकरणों में निवेश किया जाएगा। फंड की परिपक्वता उसके द्वारा किए गए निवेश के अनुसार अलग-अलग होगी।
- Gilt funds: ये funds राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा दी जाने वाली securities के लिए धन allotted करते हैं। ये Gilt funds बिना किसी Default जोखिम के आते हैं।
- Index funds: इंडेक्स फंड एक इक्विटी म्यूचुअल फंड होता है जो स्टॉक में निवेश करता है। इन फंडों के लिए एनएवी index में वृद्धि या गिरावट पर बारीकी से निर्भर करेगी।
- Liquid Mutual Funds:लिक्विड म्यूचुअल फंड निवेश योजनाएं हैं जो मुख्य रूप से धन बाजार के उपकरणों जैसे ट्रेजरी बिल, सावधि जमा, जमा प्रमाणपत्र, वाणिज्यिक पत्र इत्यादि के लिए धन आवंटित करेंगी। ये फंड कम परिपक्वता अवधि के साथ आते हैं।
- Debt-oriented hybrid funds: म्यूचुअल फंड की इस श्रेणी के तहत, आपका पैसा मुख्य रूप से ऋण में निवेश किया जाएगा और शेष हिस्सा इक्विटी में निवेश किया जाएगा। यह ऋण और इक्विटी निवेश दोनों का मिश्रण है।
हमने यह सब के बारे में इसलिए बताया है ताकि जब आप निवेश करो तो आपको थोड़ा बहुत idea हो कि आप क्या कर रहे हो।
Top 5 Best Mutual Funds in India
1. SBI Magnum Equity ESG Fund: SBI Magnum Equity ESG Fund की बात करे तो 1 जनवरी 1991 थी मैटिक ESG कैटेगिरी में लॉन्च की गई थी। इसको लांच हुए लगभग 32 साल हो चुका है। इसके अलावा बता दो कि अभी तक सालाना इसकी रिटर्न की बात करें तो यह 14.5 फीसदी सालाना देता है। जिस प्रकार से TCS, इंफोसिस, ICICI बैंक, HDFC, एक्सिस बैंक जैसे टॉप स्टॉक पोर्टफोलियो हैं उसी प्रकार से यह भी है।
- Important points:
- कितना रिटर्न: 14.74% सालाना देता है।
- आप कम से कम निवेश: 1000 रुपये
- वही पर SIP देखे: 1000 रुपये monthly
- expense ratio: 2.02% (31 मई, 2023 तक)
- total assets: 4747 करोड़ (31 मई, 2023 तक)
2.Tata Large and Midcap Fund: 31 मार्च 1993 को Tata Large and Midcap Fund लॉन्च किया गया था Mutual Funds के कैटेगरी में। बता दूं लगभग 30 साल हो चुके हैं इसको लॉन्च हुए साथ ही इसकी रिटर्न की बात करें तो सालाना 13 फीसदी दर से रिटर्न देता है। जिस प्रकार से पोर्टफोलियो में ICICI बैंक, वरुण बेवरेजेज, RIL, HDFC बैंक, SBI जैसे टॉप स्टॉक हैं उसी तरह से यह भी है।
- Important points:
- इसकी रिटर्न: 12.80% सालाना देती है।
- आप कम से कम निवेश: 5,000 रुपये से कर सकते हो।
- इसकी SIP की बात करें तो : 1000 रुपये monthly
- Expense Ratio: 1.90% (31 मई, 2023 तक)
- Total Assets: 4348 करोड़ (31 मई, 2023 तक)
3. SBI Large and Midcap: SBI Large and Midcap की बात करें तो इसकी Mutual Funds के लार्ज एंड मिडकैप कैटेगिरी में 28 फरवरी 1993 मैं लॉन्च किया गया था या यह भी बोल सकते हो कि लॉन्च किए हुए लगभग 30 साल हो चुका है। साथ ही बता दूं कि यह 14.50 फीसदी सालाना रिटर्न देता है। ICICI बैंक, HDFC बैंक, इंफोसिस, ITC, SBI जैसे top स्टॉक में इसकी पोर्टफोलियो शामिल है।
- Important points:
- यह रिटर्न: 14.66% सालाना रिटर्न देता है।
- आप इसमें निवेश: 5,000 रुपये से निवेश कर सकते हों।
- इसका SIP देखे: 500 रुपये monthly
- expense ratio: 1.87% (31 मई, 2023 तक)
- total assets: 11,431 करोड़ (31 मई, 2023 तक)
4. Franklin India Bluechip Fund: Franklin India Bluechip Fund की बात करें तो 1 दिसंबर 1993 में लॉन्च हुआ था वह भी लार्जकैप कैटेगरी के लिए। ये साल के आखरी मंथ में 30 साल पूरा हो जाएगा। और लॉन्च के बाद से अभी तक 19 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न दी जा रही है। ICICI बैंक, HDFC बैंक, रिलायंस, इंफोसिस, HDFC जैसे दिग्गज शेयर शामिल भी इसकी पोर्टफोलियो।
- Important points:
- इसकी रिटर्न: 19% सालाना रिटर्न देता है।
- आप इसमें निवेश: 5,000 रुपये से शुरू कर सकते हो।
- इसकी SIP: 500 रुपये monthly
- expense ratio: 1.82% (31 मई, 2023 तक)
- total assets: 6,521 करोड़ (31 मई, 2023 तक)
5. SBI Long Term Equity Fund: SBI Long Term Equity Fund की बात करें तो जो इसकी tax saver fund को 31 मार्च 1993 को ELSS कैटेगिरी में लॉन्च की गई थी। इसके अलावा बता दूं कि 30 साल पूरे कर चूके है और अभी 16 फीसदी सालाना से ज्यादा रिटर्न दे रही है। इसकी पोर्टफोलियो दिग्गज स्टॉक में ICICI बैंक, L&T, कमिंस इंडिया, रिलायंस, भारती एयरटेल जैसे शामिल भी है।
- Important points:
- इसकी रिटर्न: 16.19% सालाना रिटर्न देता है।
- आप निवेश: 500 रुपये से
- इसकी SIP: 500 रुपये monthly
- expense ratio: 1.81% (31 मई, 2023 तक)
- total assets: 13,538 करोड़ (31 मई, 2023 तक)
Conclusion:
निवेश एक यात्रा है, और सही mutual fund का चयन यात्रा को सही दिशा में ले जाता है। ज्ञान, समझ और एक अच्छी तरह से परिभाषित रणनीति से लैस, अब आप एक उपयोगी financial अभियान शुरू करने के लिए तैयार हैं। आइए mutual fund की दुनिया में कदम रखें और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करें जो आर्थिक रूप से सुरक्षित और व्यक्तिगत रूप से satisfying हो।