Paytm Crisis: बैंकर्स और उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक के व्यापारी ग्राहकों के लिए फिर से KYC प्रक्रिया पूरी करनी होगी। नोन-यूज़र (KYC) एक प्रक्रिया है, जिसमें कोई वित्तीय संस्था या अंतरव्यापारी इकाई किसी ग्राहक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डेटा और दस्तावेज इकट्ठा करती है।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) के व्यावसायिक ग्राहकों की पुनः KYC प्रक्रिया को दोहराने के लिए इच्छुक इकाइयों को लगभग 60-66 करोड़ रुपये खर्च करना होगा। बैंकर्स और उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक के व्यावसायिक ग्राहकों की पुनः KYC प्रक्रिया का पुनः आयोजन किया जाएगा। नाम-योग्य ग्राहक (KYC) एक प्रक्रिया है जिसमें कोई वित्तीय संस्था या इंटरमीडिएरी इकाई किसी ग्राहक की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डेटा और दस्तावेज जमा करती है।
Paytm Update news: यूजर्स को पेटीएम पर एक्शन से नहीं होगा परेशान, डिजिटल पेमेंट पर असर नहीं होगा
Paytm Crisis: Paytm की वेबसाइट पर बताया गया है कि 31 जनवरी 2023 के मुताबिक पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास लगभग 60 लाख व्यावसायिक ग्राहक थे। बैंकर्स और उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि बैंक की पुनः KYC प्रक्रिया से हर ग्राहक की लागत 90-110 रुपये तक हो सकती है। एक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक के एक वरिष्ठ बैंकर ने बताया, ‘KYC दो प्रकार की होती है – ग्राहकों के लिए और व्यावसायिक ग्राहकों के लिए। व्यावसायिक ग्राहकों के लिए लागत प्रति व्यक्ति लगभग 100 रुपये होती है।’ एक और बैंकर ने नाम खुले नहीं किए जाने की शर्त पर बताया कि ऐसे परिस्थितियों में बैंक सामान्यतः अतिरिक्त पारिस्थितिकी नियंत्रण के लिए पुनः KYC प्रक्रिया को पूरा करते हैं। उन्होंने कहा, ‘व्यावसायिक ग्राहकों की पुनः KYC की लागत लगभग 90-110 रुपये प्रति ग्राहक होती है और बैंक ऐसे परिस्थितियों में सामान्यतः पुनः KYC करते हैं, ताकि पारिस्थितिकी नियंत्रण सुनिश्चित किया जा सके।’
Paytm Crisis: फिर से KYC की जरूरत क्यों
केवाईसी की प्रक्रिया फिर से करनी पड़ सकती है, क्योंकि पेटीएम पेमेंट्स बैंक द्वारा पहले की गई केवाईसी में गड़बड़ियों की रिपोर्ट है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, इन गड़बड़ियों की वजह से ही रिजर्व बैंक ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर कार्रवाई की है।
कितना समय लग सकता है फिर से केवाईसी करने में?
Paytm Crisis: जानकारों के मुताबिक, पेटीएम पेमेंट्स बैंक के ग्राहकों की केवाईसी को फिर से करने में कई महीनों तक का समय लग सकता है, क्योंकि बैंक के पास बड़ी संख्या में ग्राहक हैं। एक सीनियर बैंकर ने बताया, ‘केवाईसी की प्रक्रिया को फिर से अंजाम देने में तकरीबन 2 महीने लग सकते हैं, क्योंकि बैंक के पास बड़ी संख्या में ग्राहक हैं।’ हालांकि, एक फिनटेक कंपनी के CEO का कहना था कि सभी मर्चेंट ग्राहकों के डेटा के लिए फिर से केवाईसी की आवश्यकता नहीं होगी। उन्होंने कहा, ‘सभी ग्राहकों की केवाईसी को लेकर चिंता नहीं है। इसलिए, उत्तम रिकॉर्ड वाले मर्चेंट ग्राहकों की फिर से केवाईसी की आवश्यकता नहीं होगी।